Saturday, December 28, 2013

गलती से जारी हुआ लव मैरिज में एफडी का आदेश




गलती से जारी हुआ लव मैरिज में एफडी का आदेश

 

 
 
लखनऊ यूपी के अफसरों में बिना जांचे परखे आदेश जारी करने का चलन हो गया है। कुछ दिन पहले गृह विभाग की एक चिट्ठी कई अफसरों की गले की हड्डी बन गई थी। अब यूपी पुलिस के मुखिया डीजीपी देवराज नागर ने बिना जांचे परखे लव मैरिज के मामले में 50 हजार की एफडी कराने का आदेश कर दिया। मामला जगजाहिर हुआ तो महकमे के ही दूसरे बड़े अफसर बोले कि यह आदेश गलती से जारी हो गया।

दरअसल डीजीपी की तरफ से प्रदेश भर के थानेदारों को फरमान जारी हुआ कि प्रेमियों को कोर्ट मैरिज से पहले होने वाली पत्नी के नाम 50 हजार का फिक्स्ड डिपॉजिट कराना पड़ेगा। ताकि प्रेम विवाह में धोखा खाने वाली युवतियों को राहत मिल सके। डीजीपी ने इस आदेश को लागू करने के लिए संतकबीरनगर के महुली की रेखा की पिटीशन पर हाईकोर्ट द्वारा जारी किए गए आदेश का हवाला दिया था। डीजीपी का आदेश थानों में पहुंचा तो चर्चा का विषय बन गया। चर्चा खबर बन गई। आदेश को लेकर महकमे के अफसरों की खिंचाई होने लगी। बात अधिकारियों के कानों तक पहुंची। जानकारी जुटाई गई तो खुलासा हुआ कि हाईकोर्ट ने सिर्फ एक मामले को लेकर आदेश किया था अफसरों ने उसे सभी मामलों के लिए समझ लिया।

एडीजी एलओ मुकुल गोयल ने बताया कि शासकीय अधिवक्ता की गलती के चलते ऐसा आदेश पारित हो गया। कोर्ट ने सिर्फ एक मामले को लेकर आदेश किया था। लेकिन शासकीय अधिवक्ता ने पूरे प्रदेश के सभी मामलों के लिए आदेश पारित किए जाने की बात कही। इसके चलते डीजीपी की तरफ से गलत आदेश जारी हो गया।
 

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